हमारे देश में चाहे प्रिंट मीडिया हो या इलेक्ट्रोनिक मीडिया सभी माध्यम विज्ञापन की प्राथमिकता देने लगे है .इसका प्रमुख कारन है आय बढ़ाना , चाहे जैसे बढे ,पर ये ध्यान नहीं दे रहे है की विज्ञापन हमारे समाज को दूषित कर रहा है .हा ये सत्य है की विज्ञापन उपभोगता के gyan में bridhi karata है ,पर aslil विज्ञापन समाज को दूषित bhi karta है .atah sarkar विज्ञापन achar sanhita jald bana कर aslilta को dur karne ka paryash kare .